गोरक्षनाथाष्टक नं. 2 

गोरक्ष नाथ सुनाथ निर्भय निर्विकार निरंजनम्  अजर अमर अडोल निश्चल श्री गोरक्ष के चरण प्रणाम्यहम्  जय श्री नाथजी के चरण प्रणाम्यहम् जय हो जती गोरक्ष के  चरण प्रणाम्यहम्, श्री गुरुजी के चरण प्रणाम्यहम् ॥ 1 ॥  ब्रह्मा शेष महेश नारद अष्ट भैरव सिद्ध यति  ध्यावते दोउ पाद पङ्कज ध्यावते सिद्ध गणपति  श्री गोरक्ष के चरण […]
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श्री नाथजी का बालाष्टक नं . 1 

ॐ गुरुजी प्रथम सिमरण गुरुजी का करलो हृदय में ज्ञान प्रकाशकम्  श्री आदि योग युगादि ब्रह्मा सेवित शिव माधवम् श्री बाले गोरक्ष के  चरण प्रणाम्यहम् , जय श्री नाथजी के चरण प्रणाम्यहम् । जै हो जती  गोरक्ष के चरण प्रणाम्यहम् – श्री गुरुजी के चरण प्रणाम्यहम् ।। 1 ।।  ॐ गुरुजी बाल जती गुरु ब्रह्मज्ञानी […]
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श्री गोरक्ष चालीसा

  दोहा- गणपति गिरिजा पुत्र को सिमरूं बारम्बार ।  हाथ जोड़ विनती करूं शारद नाम अधार ॥  चौपाई- जय 3 गोरक्ष अविनाशी , कृपा करो गुरुदेव प्रकाशी ।  जय 3 गोरक्ष गुणज्ञानी , इच्छा रूप योगी वरदानी ॥  अलख निरञ्जन तुम्हरो नामा , सदा करो भक्तन हित कामा ।  नाम तुम्हारा जो कोई गावे , […]
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श्री नाथजी की मंगल आरती 

जय गोरक्ष योगी (श्री गुरुजी) हर हर गोरक्ष योगी ।  वेद पुराण बखानत, ब्रह्मादिक सुरमानत, अटल भवन भोगी।  ॐ जय गोरक्ष योगी ॥ 1 ॥  बाल जती ब्रह्मज्ञानी योग युक्ति पूरे (श्री गुरुजी) योग युक्ति पूरे ।  सोहं शब्द निरन्तर (अनहद नाद निरन्तर) बाज रहे तूरे ।  ॐ जय गोरक्ष योगी ॥ 2 ॥  रत्नजड़ित […]
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