नमो नवनाथेभ्यः नवनाथनाम- कवित्त

आदिनाथ महेश आकाश रूप छाय रहे,  उदयनाथ पार्वती पृथ्वी रूप भाये हैं। सत्यनाथ ब्रह्मा जी जिनका है जल रूप, उन्हीं ने तो कृपा कर सृष्टि को रचाये हैं। सन्तोषनाथ विष्णु तेज खाण्डा खड़ग रूप,  राजपाट अधिकारी वही तो कहाये हैं । अचल अचम्भेनाथ जिनका है शेष रूप,  पृथ्वी का भार सब शीश पर उठाये हैं। […]
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शिव गोरक्ष जाप(सती पीर कायानाथ कथित)

शिव गोरक्ष गुण गाइये, नित उठ मनुज प्रभात ।  गोरां देवी पूजिये, ऋद्धि सिद्ध की मात ॥ 1 ॥ शिव गोरक्ष के सिमरियां, सब दुख होवत दूर।  दूध पूत घर लक्ष्मी, सदा रहे भरपूर ॥ 2 ॥ नाथ सहाई आखिरी, होंवे आपै आप ।  कष्ट कलेश मिटाय दे, और मिटावें पाप ॥ 3 ॥ शिव […]
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शिव गोरक्ष बावनी

शिव गोरक्ष शुभनाम को रटते शेष महेश ।  सरस्वती पूजन करे वन्दन करे गणेश ।। 1 ।। शिव गोरक्ष शुभनाम को रटे जो मन दिन रात । अवागमन को मेट के मनवांछित फल पात ॥ 2 ॥ । शिव गोरक्ष शुभनाम से हुए हैं सिद्ध सुजान ।  नाम प्रभाव से मिट गया लोभ क्रोध अभिमान […]
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गोरक्ष संकट मोचन 

बाल योगी भये रूप लिये तब, आदिनाथ लियो अवतारो ।  ताहि समय सुख भयो सिद्धों को, तब शिव गोरक्ष नाम उचारो॥  भेष भगवान ने करी विनती तब अनुपान शिला पे ज्ञान विचारो ।  को नहिं जानत है जग में, शिव गोरक्षनाथ है नाम तुमारो ॥ 1 ॥  सत्य युग में भये कामधेनु गऊ तब जति […]
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गोरक्षनाथ का बारह मास 

कहता हूं कहे जात हूँ कहूँ बजावत ढोल ।  इक इक सासां जात है त्रिलोकी का मोल ।।  आषाढ़ अगम की गम राखो दम राखी साधि के ।  चांद सूर्य स्वर एक लावो मूल राखो साधि के  श्रावण सोहं जाप जपले ॐ सोहं आप है ।  नाभि नासिका बीच देखो सोई अजपा-जाप है ।  भादो […]
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 सद्गुरु देव श्री अमृतनाथजी की प्रार्थना

  ॐ जय सद्गुरु दाताः ॐ जय सद्गुरु दाता ।  त्रिगुण रहित निर्वाणी जग में विख्याता ॥ ॐ जय ॥  चेतन रूप निरंजन आप पिता-माता ।  भक्तन के हितकारी सदा सुखी नाता ॥ ॐ जय ।।  आदि सनातन देवा अगम ज्ञान – ज्ञाता ।  दुःख – हरता सुख-कर्ता सत्य रूप भाता ॥ ॐ जय ॥  […]
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ॐ शिव गोरक्ष योगी प्रार्थना 

ॐ शिव गोरक्ष योगी  गंगे हर-नर्मदेहर, जटाशंङ्करी हर ॐ नमो पार्वती पतये हर,  बोलिये श्री शम्भू जती गुरु गोरक्षनाथ महाराज की जय,  माया स्वरूपी दादा मत्स्येन्द्रनाथ महाराज की जय,  नवनाथ चौरासी सिद्धों की जय,  भेष भगवान की जय,  अटल क्षेत्र की जय,  विलक्षण अवधूत श्री अमृत नाथजी महाराज की जय,  योगी पीर श्री ज्योतिनाथजी महाराज […]
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प्रार्थना 

ॐ शिव हर शङ्कर गौरीशं वन्दे गङ्गाधर मीशम् ।  शिव रुद्रं पशुपति विश्वानाथ, कलहर काशीपुरी नाथम् ।  भज पार लोचन परमानन्दा, नील कण्ठा त्वं शरणम् ।  शिव असुर निकन्दन भव दुःख भन्जन, सेवक के प्रतिपाला ।  बम बम आवागमन मिटाओ शंङ्कर, भज शिव बारम्बारा ।  बम शिव हर शम्भू सदा शिव सांब, हर हर सदा […]
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गुरु गोरक्षनाथजी संध्या आरती

  ॐ गुरुजी शिव जय जय गोरक्ष देवा श्री अवधू हर हर गोरक्ष देवा ।  सुर नर मुनि जन ध्यावत सुर नर मुनि जन सेवत ।  सिद्ध करैं सब सेवा श्री अवधू संत करैं सब सेवा ।  शिव जय जय गोरक्ष देवा ॥ 1 ॥  ॐ गुरुजी योग युगति कर जानत मानत ब्रह्म ज्ञानी ।  […]
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गोरक्षनाथाष्टक नं. 3 

गोरक्षनाथ योगेन्द्र जगपति आगम निगम यश गावते  शंकर शेष विरंचि शारद नारद वीणा बजावते  श्री गोरक्ष के चरण प्रणाम्यहम् जय श्री नाथजी के चरण प्रणाम्यहम्  जय हो जती गोरक्ष के जती गोरक्ष के चरण प्रणाम्यहम्  श्री गुरु जी के चरण प्रणाम्यहम् ॥1 ॥  बाल रूप यतीन्द्र जटाधर ध्यावते षड्मुख जती  श्री रामचन्द्र वशिष्ठ हनुमत ध्रुव […]
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